प्रेस विज्ञप्ति : मोतिहारी दिनांक 24.05.2021
प्रकाशित तिथि : 25/05/2021
प्रेस विज्ञप्ति : मोतिहारी दिनांक 24.05.2021
जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने गोपनीय शाखा कार्यालय कक्ष में वैक्सीनेशन कार्य की व्यवस्था को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने ने ग्रामीण क्षेत्रों वैक्सीनेशन कार्य में तेजी लाने को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र को वैक्सीनेशन सेंटर बनाने का निर्देश दिया तथा आंगनबाड़ी सेविका /सहायिका को 1 दिन पूर्व इसकी सूचना देने हेतु जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को आदेश दिया गया ताकि आंगनबाड़ी सेविका /सहायिका लोगों को मोबलाइज कर टीका केंद्र पर लाएं। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर कम से कम 200 टीकाकरण प्रतिदिन होना चाहिए। जिलाधिकारी महोदय ने वैक्सीनेशन कार्यों को लक्ष्य के अनुरूप करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। जिलाधिकारी महोदय ने जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में टीकाकरण केंद्र की मॉनिटरिंग कर सुव्यवस्थित ढंग कराया जाए। जिलाधिकारी महोदय ने DPO (आईसीडीएस) को निर्देश दिया है कि आँगन बाडी केंद्र पर टीकाकरण हेतु सेविका/सहायिका द्वारा आम लोगों को बुलाकर टीकाकरण कराये। साथ ही उन्होंने बीएलओ को भी लोगों को मोबिलाइज कर टीकाकरण के लिए सेंटर पर लाने हेतु अधिकारियों को निदेश दिए। उक्त मौके पर उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, डीपीओ आईसीडीएस, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे।
मेहसी प्रखंड के हरपुरनाग पंचायत के सुलसाबाद ग्राम में कोविड 19 का अनुपालन करते हुए लीची फसल के उत्पादन एवं विपरण तथा किसानों की समस्याओं को लेकर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी में लीची फसल के उत्तम भगवानी क्रियाओं को कृषि वैज्ञानिक द्वारा विस्तार पूर्वक से बताया गया। लीची के फसल का उत्पादन कैसे बढ़े तथा स्टिंग बाग बीमारी से निजात कैसे मिले इस पर वैज्ञानिकों ने किसानों को जानकारी दी। लीची अनुसंधान केंद्र के डायरेक्टर ने इस पर विशेष रूप से विस्तार पूर्वक चर्चा किए। जिला कृषि पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी द्वारा लीची के उत्पादन के विस्तृत कार्यक्रम की जानकारी दिया गया। उन्होंने बताया की दिए गए महावार कार्यक्रम को अपनाकर लीची का उत्पादन एवं गुणवत्ता बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने विस्तार पूर्वक बताया कि लीची फल लगने की प्रक्रिया पूर्ण होने के पहले और बाद में कितनी मात्रा में खाद्य एवं कीटनाशक दवाई उपयोग में किया जाएगा। इसका विस्तार पूर्वक से किसानों को जानकारी दी गई। इस संगोष्ठी में लीची किसान एवं व्यापारी ने भी अपनी समस्याओं को रखा। उन्होंने स्टिंग बंग बीमारी के निराकरण हेतु कार्य योजना बनाने का अनुरोध जिला पदाधिकारी से किया । जिलाधिकारी महोदय बताया कि मेहसी में 11000 हेक्टेयर में लीची की खेती होती है, भारत में लीची के उत्पादन मैं बिहार का मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, वैशाली, मे लीची का उत्पादन ज्यादा होता है। परंतु मेहसी के लीची की क्वालिटी अच्छी होती है इसके प्रचार प्रसार किए जाने की आवश्यकता है। लीची का मार्केटिंग की किया जाना अति आवश्यक है। इसके प्रोसेसिंग मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि किसानों को इनकम हो सके। उन्होंने किसान उत्पादक संगठन(FPO)के गठन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि FPO के द्वारा लीची के उत्पादन एवं मार्केटिंग में विशेष सहायता मिलेगी। उन्होंने किसानों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। इस संगोष्ठी में जिला कृषि पदाधिकारी , पीडी आत्मा, जिला उद्यान पदाधिकारी, राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के डायरेक्टर, किसान एवं लीची व्यापारी ने भाग लिया।
जिलाधिकारी महोदय ने 45 वर्ष के ऊपर लाभार्थियों के लिए टीका एक्सप्रेस (van) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। टीकाकरण अब आपके द्वार के अंतर्गत यह टीका एक्सप्रेस रवाना किया गया। यह टीका एक्सप्रेस 45 वर्ष के ऊपर गांव में ऐसे लोग जो अभी को भी टीका नहीं ले पाए हैं उनके लिए यह भान घूम घूम कर टीकाकरण करेगा। टीकाकरण का टीम कम से कम प्रतिदिन दो सौ लोगों का टीकाकरण करेगा।
गांव में ऐसे लोग (सीनियर सिटीजन) भी हैं जो वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं आ सकते उनके लिए यह भान घर पर ही जाकर वैक्सीनेशन का कार्य करेगी। इस टीम में आयुष डॉक्टर, फार्मासिस्ट तथा ANM है। टीम ऐसे जगह भी जाएगी जहां होम आइसोलेशन में कोविड पेशेंट रह रहा है उनका भी टेंपरेचर एवं ऑक्सीजन लेवल जांचेगी।ऑक्सीजन लेवल 90 से कम होता है उसे नजदीक के डीसीएचसी में भर्ती करेगा। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को मेडिकल किट भी उपलब्ध कराया जाएगा। यह भान गांव में प्रचार-प्रसार भी करेगा ताकि लोगों में वैक्सीनेशन के प्रति जानकारी प्राप्त हो सके। अभी इस भान से केवल 45 वर्ष के ऊपर के लोगों का ही टीकाकरण किया जाएगा। जिला स्तर से तीन टीकाकरण भान रवाना किया जा रहा है। ऐसे भान प्रत्येक प्रखंडों से भी चलाया जा रहा है जो सुदूर गांव में रहने वाले लोगों को टीकाकरण का कार्य करेगा। लीची किसानों की समस्याओं का निराकरण करने हेतु एक परिचर्चा किया गया। जिसमें किसानों के लिए लीची के पैकिंग, ट्रांसपोर्टेशन हेतु पास निर्गत करने का निर्देश जिलाधिकारी महोदय ने कृषि विभाग अधिकारियों को दिया। किसानों के समस्याओं का तुरंत निराकरण करने का आदेश भी कृषि विभाग के पदाधिकारियों को दिया गया।
डीपीआरओ मोतिहारी