बंद करे

प्रेस विज्ञप्ति : मोतिहारी दिनांक 01.05.2021

प्रकाशित तिथि : 01/05/2021

प्रेस विज्ञप्ति : मोतिहारी दिनांक 01.05.2021

 

कोविड-19 कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन गैस की खपत काफी बढ़ गई है। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा लिक्विड ऑक्सीजन गैस टैंकरों को रिफिलिंग प्लांट तक बिना रोक-टोक पहुंचाने हेतु निर्देश दिया गया है। पूर्वी चंपारण जिले में ऑक्सीजन गैस की एक मात्र रिफलिंग प्लांट हरसिद्धि प्रखंड में स्थित मां गायत्री ऑक्सीजन गैस प्लांट है। इस प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति बोकारो के आयोनिक्स प्लांट से की जा रही है। जिलाधिकारी ने पुलिस उपाधीक्षक(रक्षित), पुलिस केंद्र, मोतिहारी को बोकारो से लिक्विड ऑक्सीजन गैस टैंकर बिना रोक टोक हरसिद्धि ऑक्सीजन गैस प्लांट में स्कॉट कर लाने एवं पहुंचाने हेतु स्कॉट वाहन के साथ दो पुलिस पदाधिकारी एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की ससमय प्रतिनियुक्ति करने का निदेेश दिया है। साथ ही प्रतिनियुक्त पुलिस अधिकारी द्वारा वाहन चालक एवं पुलिस बल का नाम एवं मोबाइल नंबर जिला आपदा प्रबंधन शाखा को उपलब्ध कराना है। जिला परिवहन पदाधिकारी पूर्वी चंपारण मोतिहारी को ऑक्सीजन टैंकर को लाने एवं पहुंचाने हेतु दो टैंकर चालक की प्रतिनियुक्ति करते हुए संबंधित टैंकर चालक का नाम एवं मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया है। प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारीयों को बिहार सीमा क्षेत्र से लिक्विड ऑक्सीजन गैस के टैंकर को स्कॉट करते हुए बिना रोक-टोक हरसिद्धि रिफलिंग प्लांट में पहुंचाना है, ताकि पूर्वी चंपारण एवं पश्चिमी चंपारण जिले के कोविड अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति कोविड-19 के मरीजों के लिए की जा सके। इस संबंध में लापरवाही एवं शिथिलता बरतने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।

 

जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने श्री राधा कृष्ण भवन सभागार मे अनुमंडलीय अस्पताल के हेल्थ मैनेजर,अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि सभी अनुमंडलीय डेडीकेटेड कोविड हेल्प सेंटर को सही ढंग से संचालित किया जाए। सभी डॉक्टर अपनी ड्यूटी करें यह सुनिश्चित किया। बेड के अनुरूप ऑक्सीजन सिलिंडर, ऑक्सीमीटर, आक्सीजन फौलो मीटर की व्यवस्था होनी चाहिए। कार्यों का बंटवारा सही ढंग से किया जाए तथा जिसको कार्य आवंटित किया जाता है उस कार्य की जिम्मेदारी उसी की होगी। उन्होंने कहा कि पेशेंट को सबसे पहले अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराए एवं समुचित चिकित्सा उपलब्ध कराया जाए।एवं डाक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ की प्रतिनियुक्ति की जाए। जिला पदाधिकारी ने डॉक्टर से कहा कि सीमित संसाधन में ही अच्छी तरह से काम करना है पेशेंट से पॉजिटिव बात करना है, पेशेंट को प्रॉपर केयर करते रहना है ताकि पेशेंट में विश्वास हो।पहले अनुमंडलीय डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर में मरीजों को भर्ती किया जाए। अच्छी चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराया जाए। सभी अनुमंडल के हॉस्पिटल के उपाधीक्षक और moic मिलकर करेंगे। पीएससी के डॉक्टर को DCHC मे रोस्टर वाईज प्रतिनियुक्ति की जाए तथा तीन शिफ्ट बनाया जाए। पेशेंट के परिजनों के लिए अलग से जगह चिन्हित किया जाए ताकि वहां वह रुक सके। जिलाधिकारी ने अनुमंडल वार डेडिकेटेड हेल्थ केयर सेंटर के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा उपलब्ध बेड एवं अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। सभी उपाधीक्षक को निदेश दिया कि आवश्यक दवाओं का लिस्ट एवं संख्या सिविल सर्जन को उपलब्ध कराया जाए ताकि दवाओं एवं उपकरणों की आपूर्ति की जा सके। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव पेशेंट का इलाज अनुमंडल स्तर पर बने डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर में किया जाए ताकि जिला के डेडिकेटेड को हेल्थ सेंटर पर लोड कम हो सके।

 

जिलाधिकारी ने आज सदर अस्पताल स्थित डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के बेहतर सुविधा एवं विधि व्यवस्था को लेकर निरीक्षण किया तथा पदाधिकारियों एवं डॉक्टर को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सिविल सर्जन के चेंबर में सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी, डॉक्टर के साथ एक आवश्यक बैठक की.। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि रोस्टर बाइक डॉक्टर को प्रतिनियुक्ति करते हुए उचित इलाज किया जाए। पेशेंट का प्रॉपर केयर किया जाए ताकि पेशेंट में विश्वास हो। पेशेंट के परिजनों से भी अच्छा से व्यवहार किया जाए। उन्होंने डॉक्टरों से भी इलाज को लेकर सलाह मशविरा की। तथा भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने डॉक्टरों से पूर्ण विश्वास के साथ लगन से पेशेंट की सेवा करने, इलाज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हम सभी को वर्तमान दौर में सेवा की भावना होनी चाहिए, जिससे लोगों एवं पेशेंट में विश्वास उत्पन्न हो। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि पर्याप्त मात्रा में, सैनिटाइजर, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीमीटर, पीपीइ कीट, मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए। ताकि पेशेंट के इलाज में कोई कठिनाई नहीं हो। उन्होंने स्पष्ट रूप से सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सबसे पहले अनुमंडल स्थित डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर में पेशेंट को भर्ती कर इलाज शुरू किया जाए, ताकि जिला स्तर पर लोड कम हो सके। बैठक में सिविल सर्जन, अपर समाहर्ता, आपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन, अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सभी डॉक्टर्स उपस्थित थे।

 

जिलाधिकारी ने श्री राधा कृष्ण भवन सभागार मोतिहारी में चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों, दवा स्टॉकिस्ट, दवा एसोसिएशन के साथ एक बैठक की।  उन्होंने जिले में अतिआवश्यक दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बारी बारी से सभी दवा स्टॉकिस्ट एवं डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ दवा को लेकर वस्तु स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि अतिमहत्वपूर्ण दवाओं के किल्लत ना हो इसका ध्यान रखा जाए। उन्होंने सदर अस्पताल एवं अनुमंडल स्तर पर बने डेडीकेटेड कोविड हेल्थ हेल्थ सेंटर के लिए आवश्यक दवाओं का लिस्ट शेयर की तथा उपलब्धता सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि जिला में दवा एवं मेडिकल सामानों की कमी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों से भी दुकान खोलने और बंद करने के संबंध में जानकारी प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर इस महामारी से लोगों को बचाना है। आप लोगों का सहयोग अपेक्षित है। बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन उपस्थित है।

 

डीपीआरओ मोतिहारी।